Facilities of Hindi Learning and Scholarship in India

हिंदी शिक्षण की सुविधाएं और छात्रवृत्ति योजना


1.‍ विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के अलावा, भारत के शिक्षा मंत्रालय के अधीन एक स्‍वयत्‍त निकाय केंद्रीय हिंदी संस्‍थान, आगरा भी विदेशों में हिंदी का प्रचार प्रसार योजना के अंतर्गत विदेशी छात्रों को हिंदी सीखने के लिए एक वर्ष का नि:शुल्‍क पाठ्यक्रम संचालित करता है। यह पाठ्यक्रम संस्‍थान के आगरा स्थित मुख्‍यालय में नियमित कक्षाओं के रूप में संचालित किया जाता है। इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत विदेशी छात्रों को आगरा जाने-आने का किफायती दर्जे का हवाई टिकट, ग्रेटिस वीज़ा, संस्‍थान के छात्रावास में रुकने की व्‍यवस्‍था, तीन टाइम का भोजन, लॉड्री आदि की सुविधा के अलावा, छात्रवृत्ति के रूप में कुछ नकद राशि भी प्रदान की जाती है। केंद्रीय हिंदी संस्थान की इस योजना के अंतर्गत त्रिनिदाद और टोबैगो से अब तक 34 लोगों ने हिंदी सीखी है और वर्तमान सत्र में भी 04 व्यक्तियों को इस पाठ्यक्रम के लिए भारत भेजा गया है।


2.‍ इसके अलावा, शिक्षा मंत्रालय के अधीन केंद्रीय हिंदी निदेशालय भी पत्राचार के माध्‍यम से हिंदी सिखाने के लिए कई प्रमाणपत्र और डिप्‍लोमा पाठ्यक्रम संचालित करता है। यह उल्‍लेखनीय है कि त्रिनिदाद और टोबैगो से भी कुछ हिंदी उत्‍साही लोगों ने इन पाठ्यक्रमों का लाभ उठाया है। उनमें से कुछ लोग उच्‍चायोग की हिंदी कक्षाओं के संचालन में भी सहयोग प्रदान कर रहे हैं।


3.‍ भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन राजभाषा विभाग ने इलेक्‍ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की एक स्‍वायत्‍त वैज्ञानिक संस्‍था प्रगत संगणन विकास केंद्र (CDAC) के सहयोग से हिंदीत्‍तर भाषी लोगों को हिंदी सीखने और हिंदी-अंग्रेजी के अलावा विभिन्‍न भारतीय भाषा युग्‍मों के बीच अनुवाद के लिए अनेक टूल और सॉफ्टवेयर पैकेज तैयार किए हैं। हिंदी सीखने के लिए लर्निंग इंडिन लैंग्‍वेजेज़ थ्रू ऑर्टिफिसियल इन्‍टेलीजेंस - लीला (प्रबोध, प्रवीण और प्राज्ञ) और प्रवाह जैसे सेल्‍फ लर्निंग टूल और अनुवाद के लिए मंत्रा राजभाषा और मैमोरी आधारित टूल कंठस्‍थ का निर्माण किया है। राजभाषा विभाग की वेबसाइट (https://lilappp.rb-aai.in और https://lilahindipravah.rb-aai.in) और (https://kanthasth-rajbhasha.gov.in) पर पंजीकरण कराकर इन टूलों का लाभ उठाया जा सकता है। इसके अलावा, गूगल प्‍ले स्‍टोर से इनके मोबाइल एप भी डाउनलोड किए जा सकते हैं।


4. इसी प्रकार भारत सरकार के इलेक्‍ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के भारतीय भाषा प्रौद्योगिकी प्रभाग (टीडीआईएल) ने हिंदी और भारतीय भाषाओं में प्रौद्योगिकी अधिगम और अनुवाद के लिए ''भाषिनी’’ और ''अनुवादनी’’ जैसे अनेक टूल बनाए हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया इलेक्‍ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और इसकी एक स्‍वायत्‍त वैज्ञानिक संस्‍था प्रगत संगणन विकास केंद्र की वेबसाइट देखें। 


     

Flyer for Hindi Scholarship at KHS Agra



Hindi teaching facilities and scholarship schemes 

1. Apart from Ministry of External Affairs, Ministry of Education, Government of India through its autonomous body Central Hindi Institute, Agra provides one year 100% free Hindi Scholarship to the students of foreign countries under Promotion of Hindi Abroad Scheme of the Govt. of India. This scholarship scheme is conducted at the Head Quarter of the Institute located at Agra, UP. Under this scheme foreigner students are provided with to and fro economy class air fare to Agra, gratis visa, accommodation in the institute’s Hostel, three Time food, laundry facility, besides, a scholarship in cash? Till now 34 students have availed of the benefit under this scholarship scheme of Central Hindi Institute, Agra and in the current session, 04 students have been sent to India for this course against the allocated two slots for this country.

2. Apart from this, the Central Hindi Directorate under the Ministry of Education, GOI also conducts several certificate and diploma courses for teaching Hindi through correspondence. It is noteworthy that some Hindi enthusiasts from Trinidad and Tobago have also availed the benefits of these courses. Some of them are also providing support in conducting the Hindi classes of the High Commission.

3. The Department of Official Language, under the Ministry of Home Affairs, Government of India, in collaboration with the Center for Development of Advanced Computing (CDAC), an autonomous scientific institution of the Ministry of Electronics and Information Technology, has developed many self-learning tools and software packages for non-Hindi speaking people to learn Hindi Learning Indian Languages through Artificial Intelligence - Leela (Prabodh, Praveen and Pragya) and Pravah. In addition to these tools, some translation tools like Mantra Rajbhasha and memory based tool Kanthstha have also been developed for translation between Hindi to English and vice-versa and for different Indian language pairs. These tools can be accessed through website of the Department of Official Language (https://lilappp.rb-aai.in) and by registering at (https://lilahindipravah.rb-aai.in) and (https://kanthasth-rajbhasha.gov.in). Apart from this, their mobile apps can also be downloaded from Google Play Store.

4. Similarly, the Technology Development for Indian Language (TDIL) Division of the Ministry of Electronics and Information Technology, Government of India has also created many translation tools like Bhashini and Anuvadni for translation from Hindi to English and in other Indian languages. For more information please visit the website of the Ministry of Electronics and Information Technology and its autonomous scientific body, Center for Development of Advanced Computing.

Brochure and Application Form 2024-25

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